*सूरजपुर जिले के प्रधानपाठक को मिला राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षा रत्न सम्मान*
• नवाचारी गतिविधियां समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मिला सम्मान
प्रदेश की राजधानी रायपुर के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में गुरुवार 29 मई को प्रधानपाठक श्री श्रीश सुदर्शन विश्वकर्मा को राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षा रत्न सम्मान से नवाजा गया गौरतलब है कि प्रधान पाठक श्रीश सुदर्शन विश्वकर्मा सूरजपुर ब्लॉक के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला चीताबहरी में प्रधान पाठक के रूप में पदस्थ हैं और राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षा रत्न सम्मान अपने बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उत्कृष्ट एवं नवाचारी कार्य करने पर सत्र 2024 25 के लिए दिया गया है गौरतलब है कि भारत के सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से जुड़ा एकमात्र एवं देश का सबसे बड़ा नवाचारी शिक्षक समूह जो शासकीय विद्यालयों में पदस्थ शिक्षकों द्वारा निर्मित एवं संचालित स्वप्रेरित नवाचारी गतिविधियां समूह है इनके द्वारा आयोजित राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षा रत्न सम्मान सह राष्ट्रीय शैक्षिक संप्रवाह सत्र 2024 25 के लिए प्रधान पाठक श्री श्रीश सुदर्शन विश्वकर्मा को उनके द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए विषयगत कार्य, शालासंचालन एवं बेहतर नवाचार पाठ सहगामी गतिविधियों की आवश्यकता एवं महत्व सहित छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए किए गए उनके पूर्व और आज तक बेहतर प्रयासों सहित राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में अपने राज्य की ओर से उनकी दी गई प्रस्तुति और कार्यक्रम में सक्रिय सहभागिता निभाने की वजह से दिया गया है कई चरणों के बाद ही इसमें चयन किया जाता है.राष्ट्रीय नवाचार शिक्षा रत्न सम्मान देने के दौरान मुख्य अतिथि श्री जे पी रथ अपर संचालक एस सी इ आर टी, डॉ बी रघु सहायक संचालक एस सी इ आर टी,नवाचारी गतिविधियां समूह भारत के प्रमुख संजीव कुमार सूर्यवंशी चयन समिति के प्रमुख चंद्र प्रकाश नायक आदि कई शिक्षक गण उपस्थित थे।
डाइट प्राचार्य श्री बी. एल. देवांगन के करकमलो से सम्मानित किया गया। खास बात यह है कि शिक्षा के क्षेत्र में यह बड़ी उपलब्धि हासिल कर प्रधानपाठक श्रीश सुदर्शन विश्वकर्मा ने सूरजजिले का नाम रोशन किया है।